मुंबई के 12 बेहतरीन पर्यटन स्थल: यहां अपने परिवार के साथ जरूर घूमे।

मुंबई, जिसे “सपनों का शहर” भी कहा जाता है, भारत के सबसे आकर्षक और जीवंत शहरों में से एक है। यहाँ घूमने के लिए कई बेहतरीन स्थान हैं, जो अपनी सुंदरता, ऐतिहासिक महत्व और मनोरंजन के लिए प्रसिद्ध हैं। मुंबई, कुछ लोगों के लिए कला की नगरी तो कुछ लोगों के लिए सपनो का शहर। और ये शहर भरा है कुछ अद्भुत बाजार, रहस्यमय मंदिर, मॉडर्न रेस्तरां, और ख़ूबसूरत समुन्द्र तटों से, जो किसी विश्व भर से पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। 1995 में बॉम्बे से मुंबई बना ये शहर एक और चीज़ के लिए प्रसिद्ध है, और वह है बॉलीवुड।

मुंबई का नाम संरक्षक देवी माँ मुंबा देवी के नाम पर रखा गया है. ये मुंबई तीन तरफ़ से पानी से घिरा हुआ है.पश्चिम और दक्षिण में अरब सागर और पूर्व में ठाणे खाड़ी है इसके उत्तर में मुंबई (उपनगरीय) ज़िला है.

यहाँ के कुछ प्रमुख स्थानों की सूची दी गई है:

1. गेटवे ऑफ इंडिया (Gateway of India)

1000016416

यह मुंबई का सबसे प्रसिद्ध स्मारक है और ऐतिहासिक स्थल है। यह अरब सागर के किनारे, दक्षिण मुंबई में अपोलो बंदर पर स्थित है। इसे 1911 में ब्रिटेन के राजा किंग जॉर्ज पंचम और क्वीन मैरी के भारत आगमन के स्वागत हेतु बनाया गया था, लेकिन इसका निर्माण कार्य 1924 में पूरा हुआ। यहाँ से अरब सागर का खूबसूरत नज़ारा देखा जा सकता है। यह स्मारक इंडो-सारसेनिक शैली में बनाया गया है, जिसमें हिंदू, मुस्लिम और यूरोपीय वास्तुकला का मिश्रण देखने को मिलता है। इसके पीछे फैली अरब सागर की विशालता इसे और भी भव्य बनाती है। इसका मुख्य द्वार 26 मीटर (85 फीट) ऊँचा है और इसमें पीले बेसाल्ट पत्थरों का उपयोग किया गया है। यह स्मारक भारत के इतिहास में ब्रिटिश शासन और स्वतंत्रता संग्राम दोनों का प्रतीक माना जाता है।

पर्यटन और आकर्षण:

  • यह मुंबई के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है, जहाँ हर साल लाखों पर्यटक आते हैं।
  • यहाँ से एलीफेंटा गुफाओं तक जाने के लिए नौका सेवाएँ उपलब्ध हैं।
  • शाम के समय, गेटवे ऑफ इंडिया की सुंदर लाइटिंग और समुद्र तट का नज़ारा इसे और आकर्षक बना देता है।


2. मरीन ड्राइव (Marine Drive)

1000016417


मरीन ड्राइव (Marine Drive) मुंबई का एक प्रतिष्ठित समुद्री किनारा (सी-फेस) है, जो शहर की सबसे खूबसूरत और शांतिपूर्ण जगहों में से एक है। यह 3.6 किलोमीटर लंबी एक घुमावदार सड़क है, जो नरीमन पॉइंट से गिरगांव चौपाटी तक फैली हुई है। इसे “क्वीन’स नेकलेस” भी कहा जाता है, क्योंकि रात में जब सड़क के किनारे लगी स्ट्रीट लाइट जलती हैं, तो यह एक मोतियों के हार जैसा दिखता है।
मरीन ड्राइव पर बैठकर अरब सागर का खूबसूरत नज़ारा और सूर्यास्त देखना एक अनोखा अनुभव होता है।यह स्थान सुबह की सैर (मॉर्निंग वॉक) और शाम की चहल-पहल के लिए बेहद लोकप्रिय है। समुद्र किनारे बैठकर सूर्यास्त का आनंद लेने के लिए यह बेहतरीन जगह है।

इतिहास और निर्माण:

ड्राइव का निर्माण 1920 के दशक में किया गया था और यह आर्ट डेको वास्तुकला से घिरा हुआ है, जिसे यूनेस्को विश्व धरोहर का दर्जा मिला है।
यह सैरगाह, एक प्राकृतिक खाड़ी के किनारे बना है. 
यह सड़क मुंबई के महत्वपूर्ण व्यावसायिक और आवासीय इलाकों से जुड़ी हुई है।

पर्यटन और आकर्षण:

  • मुंबई के मरीन ड्राइव को नेताजी सुभाष चंद्र बोस रोड के नाम से भी जाना जाता है. 
  • यहाँ लोग रनिंग, योगा, फोटोग्राफी और रिलैक्स करने के लिए आते हैं।
  • मरीन ड्राइव के पास कई बेहतरीन होटल, कैफे और स्ट्रीट फूड स्टॉल हैं।
  • बरसात के मौसम में यहाँ समुद्र की लहरें तेज़ी से किनारों से टकराती हैं, जो देखने लायक होती हैं।
  • मरीन ड्राइव न सिर्फ मुंबई का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, बल्कि यह शहर की ऊर्जा, सुंदरता और शांति का प्रतीक भी है।


3. छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (CST Station

1000016418


छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (CST), जिसे पहले विक्टोरिया टर्मिनस (VT) के नाम से जाना जाता था, भारत का एक ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन और यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है। यह मुंबई के प्रमुख रेलवे स्टेशनों में से एक है और देश की सबसे व्यस्त रेलवे टर्मिनलों में शामिल है। इसकी खूबसूरत वास्तुकला, ऐतिहासिक महत्व और भव्यता इसे न केवल एक परिवहन केंद्र बल्कि एक सांस्कृतिक धरोहर के रूप में भी प्रतिष्ठित बनाती है।इसकी वास्तुकला ब्रिटिश गॉथिक और भारतीय शैली का मिश्रण है। छत्रपति शिवाजी टर्मिनस का निर्माण 1887 में ब्रिटिश शासन के दौरान किया गया था, और इसे ब्रिटिश वास्तुकार फ्रेडरिक विलियम स्टीवंस ने डिजाइन किया था। इसे महारानी विक्टोरिया की स्वर्ण जयंती (Golden Jubilee) के उपलक्ष्य में “विक्टोरिया टर्मिनस” नाम दिया गया था। 1996 में, भारत सरकार ने इसका नाम मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी महाराज के सम्मान में बदलकर छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (CST) कर दिया। यह इमारत इतालवी, विक्टोरियन और मुगल स्थापत्य शैली का एक सुंदर समन्वय है। इसके निर्माण में रेत के पत्थर (sandstone) और चूने के पत्थर (limestone) का उपयोग किया गया है। छत पर बनी अष्टकोणीय गुंबद (octagonal dome) इसकी भव्यता को दर्शाती है। भवन के अंदर और बाहर हाथी, शेर, पक्षियों और अन्य जीवों की मूर्तियाँ उकेरी गई हैं, जो भारतीय संस्कृति को दर्शाती हैं। इसकी खिड़कियाँ संगीतमय गोथिक आर्क (Musical Gothic Arches) की शैली में बनी हैं, और इसमें रंगीन कांच का उपयोग किया गया है।प्रवेश द्वार पर बनी छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा यात्रियों का स्वागत करती है।

प्रमुख आकर्षण


यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल: यह स्टेशन भारत के सबसे खूबसूरत रेलवे स्टेशनों में से एक है।
रात की रोशनी: रात में जब इस इमारत को रंगीन रोशनी से सजाया जाता है, तो यह एक शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है।
संग्रहालय (Heritage Gallery): स्टेशन के अंदर एक हेरिटेज गैलरी है, जहाँ से इसके ऐतिहासिक दस्तावेज़, मॉडल और पुरानी रेलगाड़ियों की तस्वीरें देखी जा सकती हैं।
आसपास के दर्शनीय स्थल: स्टेशन के पास कई पर्यटन स्थल हैं, जैसे गेटवे ऑफ इंडिया, मरीन ड्राइव, क्रॉफर्ड मार्केट और फोर्ट एरिया।

4. जुहू बीच (Juhu Beach)

1000016420

यह मुंबई का सबसे प्रसिद्ध समुद्र तट है, जहाँ लोग घूमने और स्ट्रीट फूड का मजा लेने आते हैं। यहाँ का पाव भाजी और भेल पूरी बहुत प्रसिद्ध है। जुहू बीच जो शहर के पश्चिमी उपनगरों में स्थित है। यह समुद्र तट अंधेरी, सांताक्रूज और विले पार्ले इलाकों के पास फैला हुआ है और स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों के बीच भी बहुत लोकप्रिय है। यह मुंबई का सबसे लंबा समुद्र तट है, जो करीब 6 किलोमीटर तक फैला हुआ है।यह स्थान अपनी सुंदरता, शांत वातावरण और स्ट्रीट फूड के लिए मशहूर है। यहाँ से अरब सागर का शानदार नज़ारा देखने को मिलता है, खासकर सूर्यास्त के समय। यह इलाका कई बॉलीवुड सितारों के घरों के पास स्थित है, जिससे यहाँ कई बार सेलेब्रिटी भी देखे जा सकते हैं। जुहू बीच की सबसे बड़ी खासियत इसका सूर्यास्त का दृश्य है, जिसे देखने के लिए हर दिन हजारों लोग आते हैं। समुद्र की ठंडी हवा में टहलना और लहरों को महसूस करना एक बेहद सुकून भरा अनुभव होता है। यहाँ लोग घोड़ों और ऊँटों की सवारी का भी आनंद ले सकते हैं, जो खासतौर पर बच्चों को बहुत पसंद आती है। बीच पर कभी-कभी पैरासेलिंग, जेट स्कीइंग और बोट राइड्स जैसी गतिविधियाँ भी करवाई जाती हैं। हफ्ते के अंत में यहाँ कई कलाकारों और म्यूज़िशियन्स द्वारा लाइव परफॉर्मेंस भी देखने को मिल सकती है।

जुहू बीच घूमने का सबसे अच्छा समय:

  • अक्टूबर से मार्च के बीच का समय सबसे बढ़िया होता है, जब मौसम सुहावना रहता है।1
  • मॉनसून (जून से सितंबर) के दौरान यहाँ लहरें बहुत ऊँची होती हैं, जिससे कई बार प्रशासन बीच पर जाने से रोक भी लगाता है।

5. सिद्धिविनायक मंदिर (Siddhivinayak Temple)

1000016423

मुंबई के प्रभादेवी का श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर एक प्राचीन प्रसिद्ध मंदिर है। इसका निर्माण 19 नवंबर 1801 को मुख्य मंदिर के चारों ओर किया गया था। उन दिनों इलाके में खूब सारी झाड़ियाँ और असंख्य नारियल के पेड़ थे। श्री सिद्धिविनायक की मूर्ति काले पत्थर से बनी है और इसकी ऊँचाई 2.5 फीट है। यह भगवान गणेश का एक प्रसिद्ध मंदिर है, जहाँ हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। बॉलीवुड सेलेब्रिटी और बड़े बिजनेसमैन भी यहाँ दर्शन के लिए आते हैं। इसे एक स्थानीय ठेकेदार लक्ष्मण विठु और देउबाई पाटिल ने बनवाया था। देउबाई पाटिल की कोई संतान नहीं थी, इसलिए उन्होंने यह मंदिर इस उद्देश्य से बनवाया कि भगवान गणेश उन महिलाओं की इच्छाएँ पूरी करें जो संतान सुख प्राप्त करना चाहती हैं। सिद्धिविनायक मंदिर देश एक ऐसा मंदिर है, जहां सिर्फ भगवान गणेश ही नहीं, बल्कि उनकी दोनों पत्नियां यानी रिद्धि और सिद्धि विराजमान हैं। इसलिए इस मंदिर को बेहद खास और पवित्र माना जाता है। भगवान गणेश के साथ-साथ रिद्धि और सिद्धि भी पाने भक्तों की सभी मुरादें पूरी करती हैं। यहां हर समय भक्तों की लाइन लगी रहती हैं।

सिद्धिविनायक मंदिर की विशेषताएँ

  • इसे “नवसाचा गणपति” कहा जाता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यहाँ मांगी गई हर मनोकामना पूरी होती है।
  • मंदिर का गुंबद सोने से बना हुआ है और इसके दरवाजे चाँदी से मढ़े गए हैं।
  • गणेशजी की सूंड दाईं ओर मुड़ी हुई है, जो इसे विशेष और शक्तिशाली बनाती है।

मंदिर के दर्शन और खुलने का समय

सोमवार से शुक्रवार – सुबह 5:30 बजे – रात 9:50 बजे l 5:30 AM, 12:15 PM, 7:30 PM

मंगलवार सुबह – 3:15 बजे – रात 12:00 बजे हर घंटे विशेष पूजा

रविवार सुबह – 5:30 बजे – रात 9:50 बजे 5:30 AM, 12:15 PM, 7:30 PM.

हाजी अली दरगाह (Haji Ali Dargah)

1000016424

हाजी अली दरगाह (Haji Ali Dargah) मुंबई का एक प्रसिद्ध इस्लामिक तीर्थ स्थल और ऐतिहासिक धरोहर है। यह दरगाह मुंबई के वर्ली समुद्र तट से लगभग 500 मीटर दूर अरब सागर के बीच स्थित है। इसे भारतीय मुस्लिम समुदाय के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक माना जाता है, लेकिन इसकी खूबसूरती और वास्तुकला के कारण यह सभी धर्मों के लोगों को आकर्षित करती है। यह समुद्र के बीच स्थित एक प्रसिद्ध दरगाह है, जो धार्मिक और पर्यटन स्थल दोनों के रूप में लोकप्रिय है। यहाँ से समुद्र का नज़ारा अद्भुत दिखाई देता है। हाजी अली दरगाह का निर्माण 15वीं शताब्दी में हुआ था। यह दरगाह एक मुस्लिम सूफी संत हाजी अली शाह बुखारी की स्मृति में बनाई गई थी।दरगाह की इमारत सफेद संगमरमर से बनी हुई है, जो ताजमहल की वास्तुकला से प्रेरित लगती है। दरगाह तक पहुँचने के लिए एक 500 मीटर लंबा संकरा रास्ता (Causeway) है, जो ज्वार-भाटे के अनुसार कभी पानी में डूब जाता है तो कभी दिखाई देता है। अंदर की दीवारों पर कुरान की आयतें लिखी गई हैं और सुंदर नक्काशी की गई है।दरगाह के भीतर हाजी अली शाह बुखारी की कब्र बनी हुई है, जो एक चाँदी के छत्र से ढकी हुई है।

7. एलीफेंटा गुफाएँ (Elephanta Caves)

1000016427

एलीफेंटा गुफाएँ (Elephanta Caves) भारत के महाराष्ट्र राज्य में मुंबई के तट से करीब 11 किलोमीटर दूर स्थित हैं। यह गुफाएँ यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल (UNESCO World Heritage Site) के रूप में जानी जाती हैं और भारतीय संस्कृति, कला और इतिहास का एक अद्भुत उदाहरण हैं। इन गुफाओं में मुख्य रूप से हिंदू और बौद्ध धर्म से जुड़ी मूर्तियाँ और शिल्पकला देखने को मिलती हैं ये गुफाएँ मुंबई के पास स्थित हैं और इन्हें यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है। यहाँ भगवान शिव की विशाल मूर्तियाँ और शिल्पकारी देखने को मिलती है। पुर्तगाली जब 16वीं शताब्दी में भारत आए, तो उन्होंने यहाँ एक विशाल पत्थर के हाथी (Elephant Statue) को देखा और इस स्थान का नाम “एलीफेंटा” रख दिया।हालांकि, यह विशाल पत्थर का हाथी अब मुंबई के भाऊ दाजी लाड म्यूजियम में रखा गया है। माना जाता है कि इन गुफाओं का निर्माण 6वीं से 8वीं शताब्दी के बीच किया गया था। कुछ ऐतिहासिक स्रोतों के अनुसार, इन गुफाओं को कलाचुरी वंश या राष्ट्रकूट वंश के शासकों ने बनवाया था। ये गुफाएँ प्राचीन समय में शिव भक्ति और साधना स्थल के रूप में प्रसिद्ध थीं। एलिफेंटा में कुल सात गुफाएं हैं। माना जाता है कि लगभग आठवीं शताब्दी के आसपास इन गुफाओं की खोज राष्ट्रकूट राजाओं द्वारा की गई थी। यहां मौजूद मुख्य गुफा में कुल 26 स्तंभ हैं, जिसमें भगवान शिव को कई रूपों में उकेरा गया है। इनमें उनकी त्रिमूर्ति प्रतिमा सबसे आकर्षक है, जिसमें उनके तीन रूपों का चित्रण किया गया है। एलीफेंटा गुफाओं में कुछ बौद्ध स्तूप और विहार भी पाए जाते हैं, जो यह संकेत देते हैं कि यह स्थान कभी बौद्ध धर्म से भी जुड़ा था। ये गुफाएँ बौद्ध भिक्षुओं के लिए ध्यान और साधना केंद्र के रूप में काम करती थीं।

घूमने का सबसे अच्छा समय:–

नवंबर से मार्च- सबसे अच्छा समय,ठंडा मौसम

जून से सितंबर- मॉनसून के कारण नाव सेवाएँ प्रभावित हो सकती हैं

अप्रैल से मई– गर्मी अधिक होती है, यात्रा थोड़ा कठिन हो सकती है

8. बांद्रा-वर्ली सी लिंक (Bandra-Worli Sea Link)

1000016428

बांद्रा-वर्ली सी लिंक (Bandra-Worli Sea Link), जिसे राजीव गांधी सेतु भी कहा जाता है, मुंबई में स्थित एक आधुनिक केबल-स्टे ब्रिज है। यह ब्रिज मुंबई के पश्चिमी उपनगर बांद्रा को दक्षिण मुंबई के वर्ली से जोड़ता है। अरब सागर के ऊपर बना यह पुल भारतीय इंजीनियरिंग और आधुनिक तकनीक का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। यह आधुनिक इंजीनियरिंग का एक शानदार नमूना है, जो मुंबई को एक नया रूप देता है। यहाँ से मुंबई के स्काईलाइन का खूबसूरत दृश्य दिखाई देता है। इसकी शुरुआत सन् 1999 में हवा था और 2009 में निर्माण कार्य पूरा हुआ। इसके निर्माण में लगभग ₹1,600 करोड़ की लागत लगी है। इसकी लंबाई: 5.6 किलोमीटर तक की है। इसको।बनाने का कार्य हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी (HCC) को दिया गया था महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (MSRDC) इस पुल का निर्माण मुंबई की ट्रैफिक समस्या को कम करने और यात्रा के समय को घटाने के उद्देश्य से किया गया था। पहले बांद्रा से वर्ली जाने में लगभग 45 मिनट लगते थे, लेकिन इस पुल के बनने के बाद यह सफर 10-15 मिनट में पूरा हो जाता है। इस पुल को मजबूत स्टील केबल्स द्वारा सहारा दिया गया है, जो इसे भूकंप और समुद्री लहरों के प्रभाव से बचाते हैं। इस पुल में कुल 8 लेन हैं, जिससे भारी ट्रैफिक के बावजूद यातायात सुचारु रूप से चलता है।

मुख्य विशेषताएँ:

भूकंपरोधी संरचना:- यइसे 6.5 तीव्रता तक के भूकंप को सहन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

विशाल पिलर्स:– पुल को सहारा देने के लिए 126 विशाल पिलर्स बनाए गए हैं, जिनमें से सबसे ऊँचा 128 मीटर ऊँचा है।

एलईडी लाइटिंग:- रात के समय यह पुल एलईडी लाइट्स से जगमगाता है, जिससे यह देखने में बेहद खूबसूरत लगता है।यह पुल मुंबई के प्रसिद्ध आकर्षणों में से एक बन चुका है।लोग खासतौर पर इस पुल पर ड्राइविंग का आनंद लेने आते हैं, खासकर रात के समय जब यह एलईडी लाइट्स से जगमगाता है।

9. कन्हेरी गुफाएँ (Kanheri Caves)

1000016430

कन्हेरी गुफाएँ (Kanheri Caves) मुंबई के संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान (Sanjay Gandhi National Park) में स्थित हैं। यह गुफाएँ प्राचीन भारत के बौद्ध धर्म, कला और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण केंद्र रही हैं। इन गुफाओं को बौद्ध भिक्षुओं द्वारा ध्यान और अध्ययन के लिए उपयोग किया जाता था। यह गुफाएँ पहाड़ी चट्टानों को काटकर बनाई गईं हैं और यहाँ बौद्ध स्तूप, भित्तिचित्र (Mural Paintings), शिलालेख (Inscriptions) और जल प्रबंधन प्रणाली देखी जा सकती है। प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक महत्व के कारण यह एक आकर्षक स्थल है। कन्हेरी गुफाओं का निर्माण प्राचीन बौद्ध काल (1st शताब्दी ईसा पूर्व से 10वीं शताब्दी ईस्वी तक) में हुआ था। यह स्थल बौद्ध धर्म के हीनयान (Hinayana) और महायान (Mahayana) संप्रदायों का केंद्र था। गुफाओं में कई ब्राह्मी और देवनागरी शिलालेख मिले हैं, जो इस स्थान के प्राचीन महत्व को दर्शाते हैं। कन्हेरी गुफाएँ 109 गुफाओं का एक समूह हैं, जिन्हें बेसाल्ट चट्टानों (Basalt Rocks) को काटकर बनाया गया है। ये गुफाएँ बौद्ध धर्म के अध्ययन, ध्यान और भिक्षुओं के आवास के लिए उपयोग होती थीं।

घूमने का सबसे अच्छा समय

नवंबर से फरवरी :- (सर्दी का मौसम) सबसे अच्छा समय, ठंडा और सुहावना मौसम

जून से सितंबर :- (मानसून का मौसम) हरियाली और झरने देखने के लिए बेहतरीन समय

मार्च से मई :- (गर्मी का मौसम) यात्रा के लिए कठिन, क्योंकि बहुत गर्मी होती है

10. फिल्म सिटी (Film City)

1000016433

फिल्म सिटी (Film City), जिसे आधिकारिक रूप से दादासाहेब फाल्के चित्रनगरी कहा जाता है, मुंबई के गोरेगांव इलाके में स्थित है। यह भारतीय फिल्म उद्योग का प्रमुख केंद्र है, जहाँ हजारों हिंदी, मराठी, और अन्य भारतीय भाषाओं की फिल्में, टीवी शो, वेब सीरीज और विज्ञापन शूट किए जाते हैं।फिल्म सिटी लगभग 520 एकड़ में फैला हुआ एक विशाल स्टूडियो परिसर है, जिसमें बड़े-बड़े सेट, ग्रीन स्क्रीन, कृत्रिम झीलें, पहाड़, मंदिर, गाँव, अदालतें और आधुनिक शहरों की प्रतिकृतियाँ मौजूद हैं। यह स्थान बॉलीवुड का दिल माना जाता है और हर साल हजारों पर्यटक इसे देखने आते हैं। इसकी स्थापना सन् 1977 मे महाराष्ट्र सरकार के द्वारा हवा था। महाराष्ट्र सरकार ने इसे फिल्म इंडस्ट्री के विकास के लिए स्थापित किया था, ताकि निर्माताओं को शूटिंग के लिए एक बेहतरीन स्थान मिल सके। यह बॉलीवुड की 70% से अधिक फिल्मों और टीवी शो का निर्माण स्थल है। यह देश का सबसे बड़ा फिल्म स्टूडियो है। यह भारत के मनोरंजन उद्योग का केंद्र है, जहाँ हर दिन नई फिल्में, टीवी शो और वेब सीरीज बनाई जाती हैं। अगर आप मुंबई जाते हैं, तो फिल्म सिटी टूर ज़रूर करें और बॉलीवुड की दुनिया को करीब से देखें!

फिल्म सिटी में प्रवेश और समय:-

समय: सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक

सप्ताह का अवकाश: सोमवार (कभी-कभी शूटिंग की वजह से अन्य दिनों में भी बंद हो सकता है)

टिकट बुकिंग: ऑनलाइन और ऑन-साइट दोनों उपलब्ध हैं।

महत्वपूर्ण नियम: बिना अनुमति के फिल्म सिटी में प्रवेश नहीं कर सकते।लाइव शूटिंग के दौरान मोबाइल फोन और कैमरा प्रतिबंधित हो सकते हैं। पर्यटकों को केवल निर्धारित मार्गों पर चलने की अनुमति है।

11. कोलाबा कॉज़वे (Colaba Causeway)

1000016434

कोलाबा कॉज़वे (Colaba Causeway) मुंबई का एक प्रसिद्ध शॉपिंग और सांस्कृतिक केंद्र है, जो गेटवे ऑफ इंडिया के पास स्थित है। इसका निर्माण 1838 में ब्रिटिश शासन के दौरान हुआ था l उस समय, यह मार्ग समुद्र से घिरा हुआ था और इसे ‘कासवे’ के नाम से जाना जाता था। यह क्षेत्र अपने स्ट्रीट शॉपिंग, कैफे, ऐतिहासिक इमारतों और जीवंत माहौल के लिए मशहूर है। यहाँ आपको पारंपरिक हस्तशिल्प, फैशन ज्वेलरी, कपड़े, एंटीक आइटम्स, पेंटिंग्स, फुटवेयर, किताबें और अन्य अनोखी चीजें मिलेंगी।यह स्थान न केवल खरीदारी के शौकीनों के लिए स्वर्ग है, बल्कि यह कला प्रेमियों, फोटोग्राफरों और इतिहास में रुचि रखने वालों के लिए भी एक बेहतरीन जगह है। कोलाबा कॉज़वे मूल रूप से एक पुल और सड़क थी, जिसे ब्रिटिशों ने कोलाबा और ओल्ड बॉम्बे को जोड़ने के लिए बनाया था। समय के साथ, यह एक व्यावसायिक और सांस्कृतिक केंद्र बन गया और आज यह मुंबई के सबसे प्रसिद्ध बाजारों में से एक है।

कोलाबा कॉज़वे क्यों मशहूर है?

सस्ता और ट्रेंडी शॉपिंग हब – यहाँ स्ट्रीट शॉपिंग का मज़ा अलग ही होता है।

बॉलीवुड और फोटोग्राफी हॉटस्पॉट – कई फिल्मों की शूटिंग यहीं हुई है।

ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व – ब्रिटिश काल के स्थापत्य और इमारतें।

खान-पान का स्वर्ग – स्ट्रीट फूड से लेकर महंगे रेस्टोरेंट तक सब कुछ।

12. संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान (Sanjay Gandhi National Park)

1000016436

संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान (SGNP) मुंबई के उत्तर में स्थित एक विशाल हरित क्षेत्र है,जो वन्यजीव प्रेमियों, प्रकृति प्रेमियों और ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए एक बेहतरीन स्थान है। इसकी स्थापना सन्1969 में हवा था । यह दक्षिण एशिया का एकमात्र राष्ट्रीय उद्यान है जो एक बड़े महानगर के भीतर स्थित है और यहाँ हर साल लाखों पर्यटक आते हैं।यह पार्क 104 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और यहाँ घने जंगल, दुर्लभ वनस्पतियाँ, वन्यजीव, खूबसूरत झीलें और प्राचीन गुफाएँ मौजूद हैं। यह प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थान है, जहाँ जंगल सफारी, ट्रेकिंग और वन्यजीव देखने को मिलते हैं। यहाँ पर दुर्लभ प्रजातियों के पक्षी और तेंदुए भी देखे जा सकते हैं।मुंबई में घूमने के लिए ये कुछ प्रमुख स्थान हैं, जो आपको शहर की विविधता और संस्कृति से रूबरू कराते हैं। यहाँ एशियाई शेर और बंगाल टाइगर को खुले जंगल में देखने का मौका मिलता है।सफारी बस सेवा के माध्यम से आप जंगल के अंदर जाकर इन शक्तिशाली जंगली जानवरों को देख सकते हैं। यह बच्चों और वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक शानदार अनुभव है। ये कृत्रिम झीलें पार्क के अंदर स्थित हैं और मुंबई के जल आपूर्ति स्रोतों में से एक हैं। झील के किनारे बैठकर प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लिया जा सकता है। यह एक खूबसूरत उद्यान है, जहाँ रंग-बिरंगी तितलियाँ और दुर्लभ वनस्पतियाँ देखी जा सकती हैं।प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफरों के लिए यह एक शानदार जगह है। कई फोटोग्राफर्स और डॉक्यूमेंट्री मेकर्स यहाँ वन्यजीवों की तस्वीरें और वीडियो शूट करने के लिए आते हैं।खासकर सुबह और शाम के समय, जब जानवर ज्यादा सक्रिय होते हैं।

सबसे अच्छा समय यात्रा के लिए

अक्टूबर से मार्च (सर्दी का मौसम) – सबसे अच्छा समय, जब मौसम सुहावना होता है।

जून से सितंबर (मानसून का मौसम) – हरियाली अधिक होती है, लेकिन ट्रेकिंग मुश्किल हो सकता है।

अप्रैल से मई (गर्मी का मौसम) – गर्मी अधिक होती है, लेकिन वन्यजीव देखने के लिए सही समय है।

मुंबई से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Q. मुंबई क्यों प्रसिद्ध है?

Ans. मुंबई भारत की आर्थिक राजधानी है और यह बॉलीवुड, गेटवे ऑफ इंडिया, हाजी अली दरगाह, एलीफैंटा केव्स ,मरीन ड्राइव, स्ट्रीट फूड, लोकल ट्रेन और व्यस्त जीवनशैली के लिए प्रसिद्ध है।

Q. मुंबई कैसे पहुँचा जा सकता है?

Ans. हवाई मार्ग: छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (BOM) भारत के प्रमुख शहरों और अंतरराष्ट्रीय स्थानों से जुड़ा हुआ है।रेलवे: मुंबई के प्रमुख रेलवे स्टेशन हैं – CST (VT), मुंबई सेंट्रल, दादर, बांद्रा टर्मिनस और लोकमान्य तिलक टर्मिनस।सड़क मार्ग: मुंबई भारत के सभी बड़े शहरों से राष्ट्रीय राजमार्गों द्वारा जुड़ा हुआ है।

Q. मुंबई घूमने का सबसे अच्छा समय कौन-सा है?

Ans. नवंबर से फरवरी (सर्दी का मौसम): यह सबसे अच्छा समय होता है, जब मौसम सुहावना होता है।

Q. मुंबई में ठहरने के लिए अच्छे होटल?

Ans. अगर आप लग्जरी चाहते हैं तो Taj या Oberoi, बजट में रहना चाहते हैं तो Ginger ,oyo या Treebo, और बैकपैकर्स के लिए Zostel ,GoStops अच्छे ऑप्शन हैं।

Leave a Comment